Posts

Showing posts from May, 2018

"कोई मेरे बचपन के पल लौटा दो"

Image
                   "कोई मेरे बचपन के पल लौटा दो" 1. वो मेरी बचपन की दोस्ती प्यारी, जिसमे ना होती थी गद्दारी। पल-पल झगड़ लेते थे हम, लेकिन अगले ही पल में एक साथ होते थे हम। एक बार ही सही फिर से मौका दो, कोई मेरे बचपन के पल लौटा दो........ 2. वो दोस्तो के साथ घर -घर घूमने जाना, सुबह से शाम तक घर ना लौट के आना। लड़ाई होने पर घर रोते हुए आना,अब ना खेलूंगा इनके साथ ये बात माँ को बताना। मेरे बचपन वाली लड़ाई ही करवा दो, कोई मेरे बचपन के पल लौटा दो....... 3.वो दोस्तो के साथ नदी पर नहाना, वही से क्रिकेट खेलने जाना। पापा के लौटने के पहले घर आना , और बेफिक्र हो जाना। यारो मुझे वो यादो की नदी में डूबा दो, कोई मेरे बचपन के पल लौटा दो......... 4.शाम को मिलते ही दिनभर की बाते करना, चौपालों पर बैठकर एक दूसरे पर आरोप मढ़ना। आज इससे लड़ाई, कल उससे झगड़ा फिर अगले ही पल साथ हो जाना। बचपन की मासूमियत को लौटा दो, कोई मेरे बचपन के पल लौटा दो...... 5.आज के दौर में परिवर्तन तो हुआ है, उन चौपालों की बैठको को मोबाइल ने छिन लिया है। अब साथ रहकर भी आपस मे ना बात करते है हम, पहले जैसा बचपन अ

"याद आती है माँ"

Image
जब बिन खाये सुबह से शाम हो जाती है तो याद आती है माँ। जब एग्जाम देते जाते समय दही को कटोरी ना सामने आती है तो याद आती है माँ। जब अपनो के द्वारा ही ठोकर खाता हूं तो याद आती है माँ। जब दुनिया की चालाकियों को नही समझ पाता हूं तो याद आती है माँ। कई दफा जब बिन खाये ही थककर सो जाता हूं तो याद आती है माँ। जब कड़ी धूप में किसी का आचंल नही पाता हूं तो याद आती है माँ। ✍🏼मयंक शुक्ला 8770988241, 09713044668

"माँ"

Image
माँ से दूर होते तो माँ का एहसास कैसे होता है, उस पर कुछ पंक्तिया।              शीर्षक है- "माँ" 1. जब ये शरीर थक हारकर घर जाता है, माँ तेरा प्यार बहुत याद आता है। पल-पल खोजता हु तुझे इन आँखों से,पर ना जाने  क्यों तुझे ढूंढ नही पाता है। माँ तेरा प्यार बहुत याद आता है।  2. लेकिन माँ तो माँ होती है,बच्चे का दुःख उस्से देखा नहीं जाता है। एक हवा का झोंका तेरा एहसास करा जाता है, माँ तेरा प्यार बहुत याद आता है।  3. जब ये मन खुद को अकेला पाता है, इस छल रूपी दुनिया में रहा नहीं जाता है। लेकिन तेरी दुआओ का असर रह जाता है,माँ तेरा प्यार बहुत याद आता है। 4. इस दुनिया के प्रपंचो में खुद को उलझा हुआ पाता है, तो तेरे ममता के आसरे में ये मन खुद चला जाता है। माँ तेरी यादो का झरोखा ,इस नन्हे बेटे को रुला ही देता है, माँ तेरा प्यार बहुत याद आता है। माँ तेरा प्यार बहुत याद आता है। ✍मयंक शुक्ला✍8770988241,9713044668