शेरो शायरी
1.दोनों दस्तक देंगे ये वादा किया था हर बार में ही पुकारू ये जरूरी तो नहीं।।
2. जिंदगी के कुछ फैसले तुम्हारे ख्वाबो को आगे बढ़ा देते है।
3.नाइ की दुकान सी हो गयी है जिंदगी बस काटे जा रहे है मिल कुछ नहीं रहा ।।
4. कबतक वेंटिलेटर पर रखते उस रिश्ते को साहब बेचैनी की सांसें जो ले रहा था।।
5.उसकी यादो में ना जाने कब खोता गया मै, मेरी कलम चली और मेरे शब्दों के बयां होती गयी वो।।
6.यू दिलो के फासले मिटा लेते तो अच्छा था,मानवता को गले लगा लेते तो अच्छा था, रोहिंग्या मुसलमानो के दर्द में नब्ज पढ़ी, कश्मीरी पंडितों का भी दर्द गुनगुना लेते तो अच्छा था।
2. जिंदगी के कुछ फैसले तुम्हारे ख्वाबो को आगे बढ़ा देते है।
3.नाइ की दुकान सी हो गयी है जिंदगी बस काटे जा रहे है मिल कुछ नहीं रहा ।।
4. कबतक वेंटिलेटर पर रखते उस रिश्ते को साहब बेचैनी की सांसें जो ले रहा था।।
5.उसकी यादो में ना जाने कब खोता गया मै, मेरी कलम चली और मेरे शब्दों के बयां होती गयी वो।।
6.यू दिलो के फासले मिटा लेते तो अच्छा था,मानवता को गले लगा लेते तो अच्छा था, रोहिंग्या मुसलमानो के दर्द में नब्ज पढ़ी, कश्मीरी पंडितों का भी दर्द गुनगुना लेते तो अच्छा था।
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