"हा मेरे देश में ही तो होता है"
1.कोई करोडो लेकर विदेश चला जाता है, गरीब किसान कर्ज में रोज फाँसी लगाता है।।
हा मेरे देश में ही तो होता है......
2. दहेज़ के नाम पर बेटियो को जलाया जाता है, देश की बेटियों का गर्भ में ही गला दबाया जाता है।
हा मेरे देश में ही तो होता हैं.........
3.55 नंबर वाला अफसर बन जाता है, 80 नंबर वाला रोजगार तलाश में दर दर भटकता है।
हा मेरे देश में ही तो होता है........
4.गरीबो का नेता घोटाले पर घोटाले करता जाता है, फिर भी मेरे देश का आम इन्सान अच्छे दिन की आस लगाता है।
हा मेरे देश में ही तो होता है.........
5.ना जाने कब कोई आदमी आम से खास बन जाता है, जिनका विरोध करके सत्ता में आया था उनसे ही हाथ मिलाता हैं।
हा मेरे देश में ही तो होता है.......
6. वंशवाद की राजनीती को बढ़ा चढ़ाकर बताया जाता है, हमारे देश में विकास का पैमाना भी जाति के आधार पर नापा जाता है।
हा मेरे देश में ही तो होता है.......
7.देश के खिलाफ बोलने वालों को अभिव्यक्ति की आजादी बताया जाता है, एक आतंकवादी के लिए आधी रात तक कोर्ट चलाया जाता है।
हा मेरे देश में ही तो होता है.......
8.फिर भी मेरा देश मुझे सबसे प्यारा लगता है, कुछ भी कहो मेरे देश में और भी तो बहुत कुछ होता है।।
✍मयंक शुक्ला✍
हा मेरे देश में ही तो होता है......
2. दहेज़ के नाम पर बेटियो को जलाया जाता है, देश की बेटियों का गर्भ में ही गला दबाया जाता है।
हा मेरे देश में ही तो होता हैं.........
3.55 नंबर वाला अफसर बन जाता है, 80 नंबर वाला रोजगार तलाश में दर दर भटकता है।
हा मेरे देश में ही तो होता है........
4.गरीबो का नेता घोटाले पर घोटाले करता जाता है, फिर भी मेरे देश का आम इन्सान अच्छे दिन की आस लगाता है।
हा मेरे देश में ही तो होता है.........
5.ना जाने कब कोई आदमी आम से खास बन जाता है, जिनका विरोध करके सत्ता में आया था उनसे ही हाथ मिलाता हैं।
हा मेरे देश में ही तो होता है.......
6. वंशवाद की राजनीती को बढ़ा चढ़ाकर बताया जाता है, हमारे देश में विकास का पैमाना भी जाति के आधार पर नापा जाता है।
हा मेरे देश में ही तो होता है.......
7.देश के खिलाफ बोलने वालों को अभिव्यक्ति की आजादी बताया जाता है, एक आतंकवादी के लिए आधी रात तक कोर्ट चलाया जाता है।
हा मेरे देश में ही तो होता है.......
8.फिर भी मेरा देश मुझे सबसे प्यारा लगता है, कुछ भी कहो मेरे देश में और भी तो बहुत कुछ होता है।।
✍मयंक शुक्ला✍
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